नाजायज मांग


 

नाजायज मांग

बात उस समय की है जब मेरी बेटी का जन्म हुआ था l मेरी बेटी सर्जरी से हुई थी l इसलिए कुछ दिनों के लिए मैं मम्मी पापा के घर पर ही रुक गयी l दोपहर का समय था l घर पर कोई नहीं था l  मेरी मम्मी और मेरी बेटी गहरी नींद में सो रहे थे l कानो में कुछ हलचल सुनाई दी l मैंने खिड़की से बहार झांक कर देखा l पूनम आंटी के दरवाजे पर भीड़ लगी हुई थी l पूनम आंटी से हमारे बहुत अच्छे रिलेशन हैं, सो मैं धीरे धीरे चलती हुई पूनम आंटी के दरवाजे पर पहुँच गयी l जब मैं वहां पहुंची, वहां का नजारा देख कर मैं सकते में आ गयी l एक 20-21 का लड़का जो सीना ठोक कर ये दावा कर रहा था की सोनल उससे प्रेम करती हैं l इन लोगो ने सोनल को कही छुपा दिया है....

 उस लड़के की पिटाई हो चुकी थी, ये उसे देख कर ही पता चल रहा था l जगह-जगह चोट के निशान थे l सबसे बड़ी बात उस लड़के ने अपने हाथो में जहर की सीसी पकड़ रखी थी l वह लड़का जोर-जोर से बोल रहा था “मुझे सोनल से मिलना हैं यदि इन लोगो ने मुझे सोनल से नहीं मिलने दिया तो मैं जहर खा कर अपनी जान दे दूंगा “

पूरी बात तो मुझे पता नहीं थी l लेकिन मैंने अंकल से कहा – अंकल, पुलिस को फ़ोन कीजिये l

अंकल घबराते हुए बोले- पुलिस !” पुलिस आएगी तो बहुत बदनामी होगी l “

मैंने कहा – “जितनी बदनामी होनी थी, हो गयी l अब यदि इस लड़के ने कुछ कर लिया तो लेने के देने पड़ जायेंगे l” पुलिस का नाम सुनते ही वह लड़का वंहा से भाग गया l अंकल आंटी ने राहत की साँस ली lउस लड़के के वहां से जाते ही अंकल आंटी पर बरस पड़े l मैंने कहा था की आगे पढ़ाने की जरुरत नहीं l शादी कर देते है आगे उसके ससुराल वालो की मर्जी l लेकिन नहीं मुझे तो अपनी बेटी को ग्रेजुएट बनाना है l लो भुगतो l बड़े भाई साहब का फ़ोन आया था l बोल रहे थे- लड़के के पिता जी तैयार है सोनल और अपने लड़के के शादी के लिए l

इतना सुनते ही पूनम आंटी का गुस्सा फुट पड़ा – “लड़के का बाप कौन होता है, मेरी सोनल के बारे में फैसला लेने वाला l सोनल हमारी बेटी है l उसकी शादी कहा करनी है कहा नहीं ये फैसला हम करेंगे l और मैं उसके पागल बेटे से अपनी बेटी की शादी हरगिज नहीं करुँगी......”

अंकल गुस्से से बोले- “तो किसने कहा था लडको से दोस्ती करने के लिए लडको से हँस-हँस कर बाते करने के लिए, इसका परिणाम तो भुगतना पड़ेगा ना .....”

अभी तक पूनम आंटी ने अकेले मोर्चा सम्हाल रखा था अभी मैं गुस्से से बोली- “लड़की ने हँस कर बात कर ली तो लड़की फंस गयी, लडको से दोस्ती कर ली तो लड़की बिगड़ गयी, हाँथ से निकल गयी l कर दो उसकी शादी, भेज दो उसे किसी और के घर, कर दो उसका मैटर क्लोज्ड , चाहे ओ जिए या मरे कोई फर्क नहीं पड़ता ऐसी सोच रखते हैं आपलोग” बोलते-बोलते मैं हाँफने लगी......

मेरी बात सुनकर अंकल थोड़े सहम गये उन्होंने मुझे चेयर पर बैठाया आंटी दौड़ कर पानी लाने गयी l

तभी मम्मी-पापा अपने एक दोस्त को साथ ले कर आये l क्यों की बात पुरे मोहल्ले में फ़ैल गयी थी l पापा के दोस्त पुलिस में काम करते थे l आते ही उन्होंने कहा- “पहले आप अपनी बच्ची को बुलाईये l “

अंकल ने सोनल को बुलाया l सोनल बहुत ही डरी सहमी सी लग रही थी l

इंस्पेक्टर अंकल ने सोनल को चेयर पर बैठने के लिए कहा और बोले-“ डरने की जरुरत नहीं हैं बेटे जो भी बात हैं सच-सच बताओ, तभी हम तुम्हारी मदद कर पाएंगे l”

सोनल ने बताया- ये लड़का मेरे काँलेज में पढता है l शुरू-शुरू में केवल हाय हेल्लो होता था l फिर पता नहीं कहाँ से इसे मेरा नंबर मिल गया l उसके बाद मोबाईल पर बाते होने लगी l फिर एक दिन उसने शादी के लिए प्रोपोज किया l मैंने साफ मना कर दिया l मैंने कहा मुझे अपनी पढ़ाई पूरी करनी है l अपना करियर बनाना है l इसके बाद तो यह मेरे पीछे ही पड़ गया l मुझे फ़ोन कर के परेशान करने लगा l काँलेज से घर तक पीछा करने लगा l मैंने इसका नंबर ब्लोक कर दिया तो दुसरे दुसरे नंबर से फ़ोन कर के परेशान करने लगा l तंग आ कर मैंने अपना सिम ही बदल दिया, और इधर तो कुछ दिन से मैं काँलेज भी नहीं इतना बोलते बोलते सोनल का गला भर आया वह रोने लगी.......

पूरी बाते ध्यान से सुनने के बाद इन्स्पेटर अंकल बोले- यदि आपने पहले ही उस लड़के के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी होती तो आज ये दिन नहीं देखने पड़ते l पता नहीं कब आप लोग समझेंगे की पुलिस प्रशासन आपकी सुरक्षा और सहायता के लिए है l लेकिन आप लोगो ने तो पुलिस को अपना दुश्मन मान रखा हैं l खाना खा लो बेटा नहीं तो पुलिस आ जाएगी l सो जाओ बेटा नहीं तो पुलिस पकड़ कर ले जाएगी l बचपन से ही पुलिस को ले कर एक डर बैठा दिया है आपलोगों ने l कोई छेड़ रहा है इग्नोर करो पुलिस में जायेंगे तो बदनामी होगी l पति ने मार पिट की छोडो ये सब चलता है l शरीफ औरते पुलिस स्टेशन नहीं जाती l फिर चाहे ओ घरेलु हिंसा से तंग आ कर आत्महत्या ही क्यों न कर ले l यदि पुलिस किसी के दरवाजे पर आ जाये सबके कान ऐसे खड़े हो जाते है जैसे उस आदमी ने बहुत बड़ा अपराध कर दिया हो l पुलिस को देख कर ऐसे भागते है जैसे पुलिस बिना वजह सभी को पकड़ कर जेल में डाल देती है l आप पढ़े लिखे इन्सान भी ऐसी सोच रखते है जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा इन मासूम बच्चियों को झेलना पड़ता हैं l

एक और बात आज आपकी बच्ची के साथ कुछ हो जाता तब आपके दरवाजे पर पुलिस जरुर आती उस वक्त आप ही लोग बोलते पुलिस हमेशा देर से ही आती है l जब कांड हो जाता है l पुलिस हमेशा देर से क्यों आती है ये आप सब सोचियेगा जरुर l

इंस्पेक्टर अंकल ने लड़के के पिता जी को भी बुलवा लिया था l इंस्पेक्टर अंकल ने लड़के के पिता जी से कहा- “यदि आपका लड़का दिमागी रूप से बीमार है तो उसके दिमाग का इलाज कराईये l और यदि जान बुझ कर डरा- धमका रहा है तो उसे समझाईये नहीं तो इसका अंजाम बुरा होगा l आज तो मैं एक दोस्त के हसियत से समझा रहा हूँ l लेकिन यदि उसने अपनी हरकते बंद नहीं की तो कल मैं वर्दी में वर्दी वाले पावर के साथ मिलूँगा l “

और हां जाते जाते एक बात आज आपके बेटे की जो हालत है उसके लिए कहीं न कही आप जिम्मेदार है l बचपन से उसकी हर जायज नाजायज मांग पूरी कर के l तभी तो आज आपसे ऐसी नाजायज मांग कर रहा है l सोनल कोई गुडिया नहीं जो बाजार से खरीद कर दे दीजियेगा उसे l

                                                                अल्पना सिंह

 

 

 

 

 

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